अक्षर साहित्य परिषद, महादेवी महिला साहित्य समिति एवं प्रेस क्लब ने स्व.कैलाश चंद्र अग्रवाल को दी भावभीनी श्रद्धांजली
संवाद यात्रा/जांजगीर-चांपा/छत्तीसगढ़ /अनंत थवाईत
अक्षर साहित्य परिषद, महादेवी महिला साहित्य समिति एवं प्रेस क्लब के संयुक्त तत्वावधान में परिषद ने संरक्षक स्व.श्री कैलाश चंद्र अग्रवाल को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई । परिषद के संरक्षक डॉ. रमाकांत सोनी ने कहा कि श्री अग्रवाल एक ऐसे वटवृक्ष थे जिनकी छाया में सैकड़ों तप्त हृदय शीतल बयार का सुकून पाते थे उन्होंने अपनी काव्यांजलि में कहा कैलाश शिखर सा जिनका मन, गंगा सम जिनकी वाणी थी, चंदन सा व्यक्तित्व सुवासित, वाणी जिनकी कल्याणी थी । महादेवी महिला साहित्य समिति के अध्यक्ष सुशीला सोनी ने कहा श्री अग्रवाल जी ने जीवन के अंतिम सोपान में विश्व महिला दिवस पर समिति के अध्यक्ष का सम्मान कर जहां महिलाओं के प्रति उदारता पूर्ण सम्मान को प्रदर्शित किया वहीं हम सबको दायित्व के गहरे जीवन बोध से परिचय कराया । परिषद के अध्यक्ष लक्ष्मी प्रसाद सोनी ने कहा श्री अग्रवाल समय प्रबंधन के अद्भुत मिशाल थे उनके भीतर आम आदमी का दर्द समाया था । पूर्व अध्यक्ष रामनारायण प्रधान ने उन्हें देवतुल्य निरूपित करते हुए उनकी उदारता पर प्रकाश डाला । वही महेश राठौर मलय ने अपनी काव्यांजलि के माध्यम से कहा-क्षणभंगुर है देह यह होता जिसका नाश । नहीं चाहते भी अहो, बंधे मृत्यु के पाश, जाने हम सब तथ्य कवि, फिर भी रोते नैन, हमें छोड़कर कहां गए सरल - हृदय कैलाश । वहीं मुकेश सिंघानिया की गजल- निश्चल निर्विकार हमारे संरक्षक भावपूर्ण लगी । संगीता सुरेश पांडे ने इन काव्य पंक्तियों के माध्यम से अपनी श्रद्धांजलि प्रस्तुत की- विचार लो कि मर्त्य हो न मृत्यु से डरो कभी, मरो परंतु यूं मरो की याद जो करें सभी । प्रेस क्लब अध्यक्ष कुलवंत सलूजा ने श्री अग्रवाल के देशबंधु प्रतिनिधि के रूप में उनकी ईमानदार पत्रकारिता को स्मरण किया । शशीभूषण सोनी ने उन्हें विराट व्यक्तित्व का धनी बताते हुए उनके संस्मरण को साझा किया । पंडित रामगोपाल गौरहा ने प्रथम शब्दांकित कविता के माध्यम से उनको काव्यांजलि प्रस्तुत किया । राजेश सोनी ने कहा कि हमने अपना सच्चा मार्गदर्शक खो दिया । कविता थवाईत ने उनके निधन को अपूरणीय क्षति बताया । इसके अलावा सुनील साधवानी, सरोजिनी सोनी, उमा सोनी, शांता गुप्ता, नीरा प्रधान, अमृतलाल साहू आशीष अग्रवाल, विवेक शर्मा, मूलचंद गुप्ता ने भी कैलाश चंद्र अग्रवाल को अपने भाव सुमन अर्पित किये। कार्यक्रम का संचालन अनंत थवाईत ने किया । अंत में सभी लोगों ने 2 मिनट का मौन श्रद्धांजलि अर्पित किया । तत्पश्चात सभी सदस्य उनके निवास जाकर श्रद्धांजलि वाचन कर राजेश अग्रवाल परिवार को श्रद्धांजलि अर्पित किए ।







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