सुबह हो या शाम ,हर क्षण आनंदित करता है आनंदम धाम यहां होती है वृंदावन के निधिवन की दिव्य अनुभूति आनंदम धाम रिसोर्ट मे है सद्गुरु रितेश्वर जी महाराज का आश्रम

  

संवाद यात्रा/ जांजगीर-चांपा/छत्तीसगढ़/अनंत थवाईत 



यदि आपको  प्रकृति, संस्कृति और अध्यात्म की अनुभूति करने की इच्छा हो तो एक बार आनंदम धाम रिसोर्ट जरुर जाना चाहिए.जिला मुख्यालय जांजगीर से लगभग बीस किलोमीटर की दूरी पर राष्ट्रीय राजमार्ग मे ही अमरताल गांव के पास स्थित इस आनंदम धाम रिसोर्ट मे पहुंचते ही आपको एक ओर प्रकृति के निकट होने का एहसास होगा तो दूसरी ओर अंतर्मन मे अध्यात्म के साथ साथ भक्ति भाव जागृत होने की अनुभूति भी होगी . इसके अलावा यदि आप बच्चों एवं परिवार के साथ पिकनिक और सैर सपाटा जैसे आनंद उठाना चाहते है तो उसके लिए भी यहां व्यवस्था हैं .

यहां स्विमिंग पूल है जिसमें आप सपरिवार नहाने का आनंद उठा सकते है . बच्चों के मनोरंजन के साधन भी है जिसका शुल्क देकर उपयोग किया जा सकता है .आप यहां हरियाली के बीच खुले वातावरण मे तथा सुविधा युक्त हाल मे शादी, जन्मदिन आदि अवसरों पर निर्धारित शुल्क जमा कर पार्टी कर सकते है .यहां ठहरने के लिए कमरे और खाने के लिए रेस्टोरेंट भी हैं.संगीत की धुन पर नाचने गाने के शौकीन लोगों के लिए भी एक हाल बना हुआ है जहां संगीत के धुन पर नाचने गाने का आनंद उठाया जा सकता है .



वृंदावन के निधिवन की दिव्य अनुभूति....

इस आनंदम धाम रिसोर्ट में एक तरफ वृंदावन की तर्ज पर निधिवन तैयार की गई है .इस निधिवन मे आप बिना शोरगुल किए शांति से परिक्रमा कर सकते है . इस निधिवन मे लाइट का उपयोग नहीं होता.यहां संध्याकाल मे चारों ओर दीपक जलाया जाता है.दीपक को मंदिम रोशनी मे निधिवन पर परिक्रमा करने से एक दिव्य अनुभूति होती है.और ऐसा लगता है कि सचमुच हम वृंदावन के निधिवन में विचरण कर रहे हैं .



सदगुरु रितेश्वर महराज जी का आश्रम  एवं भोजन कक्ष 

इस आनंदम धाम के ही एक हिस्से मे परम पूज्य सदगुरु रितेश्वर महराज जी के लिए विश्राम गृह एवं भोजन कक्ष बनाया गया है जिसे गुरु आश्रम का नाम दिया गया है .परम पूज्य सदगुरु रितेश्वर महराज जी जब भी जिले के प्रवास पर रहते हैं तो वे यहां विश्राम करते है और अपने अनुयायियों से भेंट करते हैं.गुरुजी की रसोई के नाम से रखे भोजन कक्ष भारतीय एवं सनातन परंपरा का बोध कराती है.इस भोजन कक्ष में कुर्सी टेबल के बजाय आसन (पीढ़ा ) रखा गया है जहां पालथी मारकर बैठते हुए भोजन किया जाता है.



जंगल वर्ल्ड 

आनंदम धाम मे जंगल वर्ल्ड भी बनाया गया है जो आगंतुकों को अपनी ओर आकर्षित करती है.पेड़ पौधों के बीच जंगली जानवरों की प्रतिमाएं स्थापित की गई जो दूर से देखने पर वास्तविकता का एहसास कराती है.इसी जंगल वर्ल्ड मे ही रेल के डिब्बे के आकार के वातानुकूलित कक्ष बनाएं गएं हैं जिसके अंदर बैठकर आप छोटी छोटी पार्टियां करते हुए भोजन का आनंद भी उठा सकते हैं . यहां बने रेल के डिब्बे के चक्के भैंसा गाड़ा के चक्के के डिजाइन मे बना हुआ है जो छत्तीसगढ़ी संस्कृति का दर्शन कराती है .




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