जिंदादिली से जिंदगी जीने वाले,देहदानी स्व .शिव मिश्रा जी अब लोगों की यादों में जिंदा रहेंगे
संवाद यात्रा/अनंत थवाईत/जांजगीर-चांपा/छत्तीसगढ़
हाजिर जवाबी, बिंदास जिंदगी और सदा खुशमिजाज रहने वाले, शोसल मिडिया मे अपने नृत्य गीत वाले विडियो से सबको रिझाने वाले,जिंदादिली के साथ जीने वाले देहदानी शिव मिश्रा जी अब लोगों की यादों मे जिंदा रहेंगे.बीते 25 मार्च एकादशी के दिन 74 वर्ष की उम्र में शिव मिश्रा का निधन हो गया.26 मार्च को उनके शव के प्रतिकात्मक स्वरूप का दाह संस्कार किया गया क्योंकि शिव मिश्रा ने अपने मरणोपरांत देहदान की घोषणा की थी.उनकी इच्छा के अनुरूप परिवार जनों ने मुक्तिधाम मे दाह संस्कार की औपचारिकता निभाते हुए शिव मिश्रा जी के पार्थिव शरीर को सद्गति सेवा संस्था के सदस्यों को सौंपा जिसे बिलासपुर के सिम्स अस्पताल में चिकित्सा छात्रों के अध्ययन हेतु ले जाया गया.
इसके पूर्व विधि विधान से उनके निवास से शव यात्रा निकाली गई.उनके शव को भाजपा ध्वज से लपेटा गया था.
उल्लेखनीय है कि नब्बे की दशक मे शिव मिश्रा एक श्रमिक नेता के रूप मे जाने जाते थे .मध्य भारत पेपर मिल में उनके श्रमिक संगठन का अच्छा खासा प्रभाव था.उन दिनों वे डा.चरणदास महंत के करीबी लोगों मे जाने जाते थे .बाद मे वे भाजपा मे शामिल हो गए और समर्पित होकर भाजपा के लिए कार्य करते रहे . पार्टी के प्रति उनके समर्पण को देखते हुए ही उनके मरणोपरांत पार्थिव शरीर को भाजपा के धवज से लपेट कर अंतिम बिदाई दी गई.
मुक्ति धाम मे शोक सभा आयोजित की गई सभा को पालिकाध्यक्ष प्रदीप नामदेव, भाजपा के जिला महामंत्री पुरुषोत्तम शर्मा,मंडल अध्यक्ष संतोष थवाईत चाबू,पूर्व मंडल अध्यक्ष एवं अधिवक्ता गणेश श्रीवास, युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष मुकेश जायसवाल, सद्गति सेवा संस्था के पुरुषोत्तम साहू एवं अनंत थवाईत आदि ने संबोधित करते हुए शिव मिश्रा के जीवन से जुड़े प्रसंगों को याद किया.शोक सभा पश्चात दिवंगत की आत्मा की शांति हेतु दो मिनट का मौन धारण किया गया.बाजे गाजे के साथ निकली शव यात्रा मे राजनीति दलों, व्यापारिक संगठनों , श्रमिक संगठन से जुड़े, विभिन्न वर्गों के लोग काफी संख्या में उपस्थित थे.







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