भूपेश कका हर अपन विरोधी मन ल शीरसासन कराय बर ठान ले हे का ? भूपेश कका के फोटू आउ समारू पहारू के गोठ
संवाद यात्रा/जांजगीर-चांपा/छत्तीसगढ़/अनंत थवाईत
समारू..... भइया हमर भूपेश कका के फोटू ल देखे हावस ? जाकिट पहिने हे तउन म लाली रंग के चाक्कर पट्टी म ॐ लिखाय हे तउन हर उल्टा लिखाय हे ।
पहारू.....देख भाई ॐ हर तो सीधा लिखाय हे अब देखने वाला आउ पढ़ने वाला के ऊपर हे कि कहुं ल सीधा दिखथे त कहुं ल उल्टा दिखथे ।
समारू.....वो कइसे ?
पहारू..... देख भाई जब कका हर अपन मुड़ी ल नवा के कनिहा म बंधाय लाली पट्टा म लिखाय ॐ ल पढ़ही त ओला सीधा दिखही ।
समारू.....ठीक हे कका ल तो सीधा दिख जाही बाकी मनखे मन ल ?
पहारू.....ओहु मन ल भी ॐ हर सीधा दिखही लेकिन ओ मन ल सीधा पढ़े बर शीरसासन करे बर परही ।
समारू.....माने कका हर अपन विरोधी मन ल शीरसासन कराय बर ठान ले हे का ?
पहारू.....अब ये गोठ ल इही मेर छेवर कर भाई जादा गोठियाबे त अनते के गोठ तनते लम जाही ।








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