पंद्रह दिन मे भी आनलाइन आय प्रमाण नहीं बन पा रहा है -आखिर जिम्मेदार कौन? नागरिकों को सुविधा प्रदान करने सरकार की योजनाओं पर पानी फेर रहे अधिकारी
संवाद यात्रा/जांजगीर-चांपा/छत्तीसगढ़/अनंत थवाईत
सरकारी कामकाज मे तेजी लाने और नागरिकों को सुविधा प्रदान करने के लिए सरकार द्वारा कंप्यूटर सेंटरों को लाइसेंस प्रदान करते हुए लोकसेवा केंद्र (च्वाइस सेंटर) संचालित करने की अनुमति दी गई है। इन लोकसेवा केन्द्रों मे लोग आय, जाति,निवास प्रमाण पत्र के साथ ही आधार कार्ड , आयुष्मान कार्ड ,पेनकार्ड ड्राइविंग लाइसेंस आदि बनवाने जाते हैं । सरकार के इस कदम से सरकारी कार्यालयों मे लोगो की भीड़ जमा नहीं होती और लोगों का काम आसानी से हो जाता है। लेकिन कभी कभी शासन मे बैठे अधिकारियों की उदासीनता के कारण यह "सुविधा" दुविधा मे बदल जाती है . क्योंकि अधिकारी के डिजिटल हस्ताक्षर के लिए भी पंद्रह बीस दिन लग जाते हैं .
ऐसा ही एक मामला चांपा तहसील कार्यालय मे देखने को मिल रहा है जहां आय प्रमाण पत्र मे लगभग पंद्रह दिनों मे भी तहसीलदार महोदय का हस्ताक्षर नहीं हो पा रहा है ।
तहसील रोड स्थित अग्रवाल कंप्यूटर (च्वाइस सेंटर) चांपा मे छात्रवृत्ति हेतु एवं प्रधानमंत्री आवास के लिए आवेदन करने हेतु आय प्रमाण पत्र के लिए गत 9 दिसंबर को आनलाइन आवेदन किया गया है किंतु आज 23 दिसंबर तक आय प्रमाण पत्र नहीं बन पाया है . अग्रवाल कंप्यूटर सेंटर के संचालक का कहना है कि तहसीलदार महोदय का हस्ताक्षर नहीं हो पाया है इस कारण आय प्रत्र का प्रिंट आउट नहीं निकल रहा है . जिम्मेदार अधिकारी की इस उदासीनता के चलते कंप्यूटर सेंटर (च्वाइस सेंटर) संचालक और ग्राहकों के बीच अनावश्यक वाद-विवाद की स्थिति निर्मित हो रही है .







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