विधानसभा चुनाव मे चांपा नगर के परिणाम के चलते कांग्रेस को प्रत्याशी चयन करने मे हो रही परेशानी भाजपा अपनी जीत के प्रति आश्वस्त
संवाद यात्रा जांजगीर-चांपा छत्तीसगढ़ अनंत थवाईत
चांपा नगरपालिका चुनाव मे अध्यक्ष के दर्जनों दावेदार भाजपा और कांग्रेस मे है जिससे दोनों पार्टियों को प्रत्याशी चयन करने मे मुश्किल हो रही है सबसे ज्यादा मुश्किल कांग्रेस को हो रही है क्योंकि इस बार विधानसभा चुनाव में पहली बार चांपा नगर से भाजपा को बढ़त मिली थी हालांकि विधानसभा चुनाव मे भाजपा प्रत्याशी को हार का सामना करना पड़ा था. विधानसभा चुनाव के परिणाम से कांग्रेस के स्थानीय नेताओं की भूमिका पर पार्टी के अंदर जो हालात बने है उसके चलते पार्टी के अंदर धमासान मचा हुआ है और कांग्रेस के स्थानीय नेता एक दूसरे को जिम्मेदार ठहराते हुए नगरपालिका चुनाव मे एक दूसरे का टिकट काटने मे लगे हैं .वहीं भाजपा मे नए मंडल अध्यक्ष बनने के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं मे जोश उमंग भरा हुआ है और यही कारण है कि प्रत्याशी चाहे कोई भी हो भाजपा इस बार नगरपालिका अध्यक्ष की कुर्सी हथियाने के लिए आश्वस्त है ।
उपर से टिकट लाने वाले पार्षद प्रत्याशीयों को होगी मुश्किल
नगरपालिका चुनाव मे वार्डों मे हुए आरक्षण के चलते भाजपा और कांग्रेस के समीकरण गड़बड़ा गए है आपसी सामंजस्य के अभाव मे स्थानीय स्तर पर अनेक वार्डों मे पार्षद प्रत्याशी उपर से टिकट पाने मे जोर लगा रहे है ऐसे मे यदि कोई प्रत्याशी उपर से टिकट लाकर चुनाव लड़ता है तो उसे जीतने के लिए काफी परेशानी उठानी पड़ सकती है । वर्षों से पार्टी मे सक्रिय कार्यकर्ताओं के बजाय किसी नए व्यक्ति को टिकट मिलने से जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं मे हताशा और निराशा हावी होगी .







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