ग्राम देवता का मंदिर टूटा : फिर भी नगर मे शांति । षड़यंत्र से इंकार नहीं षड़यंत्र का पता लगाना भी आसान
संवाद यात्रा /जांजगीर-चांपा /छत्तीसगढ़ /अनंत थवाईत
चांपा में रामबांधा तालाब के तट पर स्थित ग्राम देवता के रुप मे पूजित हरचन लाल मंदिर बीती रात पूरी तरह टूट चूका है। मंदिर टूटने के पीछे असमाजिक तत्वों की करतूत है या किसी कि सुनियोजित चाल है यह रहस्य बना हुआ है । चाहे जो भी हो लेकिन ग्राम देवता के मंदिर टूटने के बाद भी यहां के किसी भी धार्मिक संगठन के लोगों ने किसी भी प्रकार का आक्रोश प्रगट नहीं किया है और न ही किसी प्रकार की जांच की मांग करते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है । जिसके कारण ग्राम देवता का मंदिर टूटने के बाद भी नगर मे शांति बनी हुई है यह प्रशासन के लिए सुखद बाद है ।
अपुष्ट सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार किसी भारी वाहन के ड्राइवर के रास्ता भटकने के कारण यह यह घटना घटित हुआ है । खैर चाहे घटना किसी भी रूप मे घटित हो पर दोषी व्यक्ति के खिलाफ कार्यवाही जरूरी है ।
षड़यंत्र से इंकार नहीं.... षड़यंत्र का पता लगाना भी आसान
ग्राम देवता हरचन लाल मंदिर रामबांधा तालाब के रास्ते मे ही था ।और इसके आसपास बड़े भवन बन रहे हैं । और उनके रास्ते मे आने जाने मे यह मंदिर रोड़ा न बने इस कारण भी इस मंदिर को सुनियोजित ढ़ंग से गिराया जा सकता है । इस षड़यंत्र का पता इस बात से चल सकता है कि अब जब वहां फिर से मंदिर का पुनर्निर्माण होगा तब ऐसे तत्व मंदिर को रामबांधा तालाब के किनारे अन्य मंदिरों के पास निर्माण करने की मांग अवश्य करेंगे। उनकी यही मांग उनके षड़यंत्र को उजागर करने के लिए काफी है।
ज्ञात हो कि चांपा नगर मे जमींदारी काल से नगर के चारों दिशाओं मे ग्राम देवता प्रतिष्ठापित है । जिसमें ठाकुर देव ,ठकुराइन दाई हरचन लाल,और बन दुर्गा शामिल है । नगर के पुराने लोग दशहरा दीपावली के अलावा परिवार मे आयोजित मांगलिक कार्यों के समय भी इन ग्राम देवताओं की पूजा अर्चना करते हुए ग्राम तथा परिवार की रक्षा के लिए प्रार्थना करते हैं।








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