द्रौपदी मुर्मू ल राष्ट्रपति चुनाव म उतार के मोदी हर एक तीर ले कई निशाना साधे हे | धर्मांतरण करवइया मिशनरी म भी खलबली माते हे | राष्ट्रपति पद के चुनाव आऊ समारू पहारू के गोठ
संवाद यात्रा/जांजगीर-चांपा /छत्तीसगढ़ /अनंत थवाईत
समारू पहारू के गोठ
समारू.... भइया सुने हावस ये बखत राष्ट्रपति चुनाव म भाजपा आऊ ओकर संगवारी दल मन आदिवासी महिला द्रौपदी मुर्मू ल उम्मीदवार बनाय हावय ।
पहारू..... हां भाई सुने हावंव ! मोदी जी के ये निरनय हर बड़ सुग्घर हे । द्रौपदी मुर्मू हर पढ़े लिखे हे । पति ,बेटा के मौत के बाद भी जीवन ले हार नइ मानिस आऊ अपन जीवन ल आदिवासी समाज के उत्थान म लगा दिस । अइसन महिला द्रौपदी मुर्मू ल राष्ट्रपति चुनाव म उतार के मोदी जी हर एक तीर ले कई निशाना साधे हे ।
समारू..... वो कइसे भइया ? ये एक तीर आऊ कई निशाना वाला गोठ हर मोर समझ म नइ आवत हे ।
पहारू.....तहूं एकदम जोजवा कस गोठियाथस भाई ! देख सत्तर पचहत्तर साल ले अभी तक राष्ट्रपति चुनाव म नेता मन अपन पार्टी के सियान नेता मन ल राष्ट्रपति बनावय । लेकिन अब ये चलन हर नंदावत हे । पिछले एक दु बार के राष्ट्रपति चुनाव ल देख त तोर समझ म आ जाही ।
समारू..... तंइ हर बने फोरिया के बता भइया ! तोर येढ़ा बेढ़ा गोठ ल मैं जल्दी नइ समझ पावंव।
पहारू.....देख भाई एक कोति देश के नेता मन अभी तक आदिवासी दलित मन ल वोट बैंक समझत रहिस त दूसर कोति देश के भीतर खास कर के मिशनरी मन ये आदिवासी मन के धर्मांतरण कराय के अभियान चलावत रहिस आऊ बखत बखत म देश ल नीचा देखाय के काम करत हुये बिदेस म ये धारणा ल फइलावत रहिस कि भारत म आदिवासी दलित मन उपर अत्याचार होथे आजादी के बाद भी आदिवासी दलित शोषित आउ उपेक्षित हे । लेकिन जब ये बखत आदिवासी महिला द्रौपदी मुर्मू हर राष्ट्रपति बनही त ये सब जुन्ना धारणा हर दूर हो ही आऊ भारतीय संस्कृति खासकर आदिवासी संस्कृति के सबले बड़का उपलब्धि माने जाही । येकरे सेति आदिवासी मन के धर्मांतरण करवइया मिशनरी म भी भीतरे भीतर खलबली माते हे।
समारू..... ठीक कहत हस भइया जब आदिवासी महिला द्रौपदी मुर्मू हर राष्ट्रपति बनही आऊ तीन सौ चालीस कमरा के राष्ट्रपति भवन म रहे लागही त ओकर मेर भेंट करइया देश के आदिवासी मन अपन सिर ऊंचा कर के गरब महसूस करही । आऊ ये संदेश देश के आदिवासी समाज म बगरही कि सरकार हर आदिवासी मन के जीवन सुधारे बर कइसे काम करत हे । जब राष्ट्रपति के रुप म द्रौपदी मुर्मू हर विदेश के बड़का बड़का नेता मन करा भेंट करही त ओहु बिदेशी नेता मन के भरम हर टूटटी आऊ ओमन जानही कि भारत म आदिवासी दलित मनखे के कतका आदर सत्कार हावय ।
पहारू..... हां ठीक कहत हस भाई । फेर एक ठन बात आउ हे उड़ीसा ल हमर देश के सबले पिछड़ा प्रदेश के रुप म जाने जाथे । आउ उहां ले आदिवासी ओहु म महिला ल राष्ट्रपति चुनाव म उतारना बहुत बड़का सोच हावय। ओकरे सेति तो मैं कहत हावंव कि द्रौपदी मुर्मू ल राष्ट्रपति चुनाव म उम्मीदवार बना के मोदी हर एक तीर ले कई निशाना साधे हे।








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