सिखोय बुद्धि आऊ पलोय पानी हर जादा बेर तक काम नइ आवय राहुल के हिन्दू , हिन्दुत्व, आऊ समारू पहारू के गोठ
संवाद यात्रा /जांजगीर-चांपा /छत्तीसगढ़ / अनंत थवाईत
समारू पहारू के गोठ
समारू..... भइया सुने हावस राहुल गांधी हर राजस्थान के एक सभा म हिन्दू आऊ हिन्दुत्व उपर भासन देवत कहिस हे कि हिन्दुवादी मन ल देश ले भगवारे बर हे ।
पहारू.... हां सुने हावंव भाई । महुं ला ये हिन्दू आऊ हिन्दुत्व के गोठ हर थोरकन अटपटहा लागिस ।
समारू..... थोरकन नही भइया ये गोठ हर अड़बड़ अटपटहा हे । आऊ ये गोठ बर राहुल के ही छीछीलेदर होवत हे ।
पहारू..... वो कइसे भाई ?
समारू..... देख भइया सभा म मंहगाई ,बेरोजगारी, किसान समस्या बर भासन के रूप म सुग्घर गोठ बात चलत रहिस । फेर राहुल हर ये सभा म हिन्दू आऊ हिन्दुत्व उपर भासन देके पुरा मामला बिगाड़ दिस । जम्मो समस्या के गोठ ह एक कोति सकलागे आऊ हिन्दू हिन्दुत्व के गोठ हर चारो मुड़ा बगरगे ।
पहारू...... ठीक कहत हावस भइया आऊ इहि हिन्दू हिन्दुत्व के गोठ हर अखबार मन के समाचार म जादा परचारित होगे । ओकर पारटी के परवक्ता मन ल भी बयान देहे बर अलकरहा लागत होही ।
समारू...... समाचार म परचारित होय के संगे संग उल्टा बिपकछी नेता मन राहुल गांधी ल जनेऊधारी चुनावी हिन्दू कहे लागिन ।
पहारू..... सोशल मीडिया म भी हिन्दू आऊ हिन्दुत्व के उदाहरण देवत "गधा आऊ गधत्व" "आंतक आऊ आतंकवादी" जइसे शब्द लिख लिख के हंसी मजाक के गोठ होय लागिस।
समारू..... वइसे भइया राहुल गांधी ल हिन्दू आऊ हिन्दुत्व के परिभाषा वइ सभा म मिल गे रहिस ।
पहारू..... वो कइसे ?
समारू..... सभा म पंदरा बीस हजार हिन्दू मन राहुल के भासन सुनत रहिन । फेर येको झन मन राहुल के विरोध नइ करिन । इहि हर हिन्दुत्व के परिभाषा आय ।
पहारू.... ठीक कहत भाई हिन्दू के उदारवादी बेवहार हर ही असली हिन्दुत्व के अवधारणा आय । मोला लागथे भाई अभी अयोध्या ,काशी , ल सुग्घर बनाय के जउन काम चलत हे तेकर सेति हिन्दू मन भी येकजई होवत हे । आऊ इहि ल देखके हिन्दू मन म फुट डारे बर हिन्दू आऊ हिन्दुत्व के गोठ ल करे बर कहूं राहुल गांधी ल सिखोय होही ।
समारू.....ठउका कहत हस भइया । फेर येहु कहावत हर सच हावय कि सिखोय बुद्धि आऊ पलोय पानी जादा बेर ले काम नइ आवय । चुनाव के बेरा म दूसर नेता मन के हिजगा करत गांधी परिवार के ये मनखे मन कतको मंदिर किंदरय, पूजा पाठ करय, गंगा म डूबकी लगाय,ये मन हिन्दुवादी नेता बनेच नइ सकय ।
पहारू..... अब ये गोठ ल इही मेर छेवर कर भाई , ये मन के बारे म कतको गोठिया गोठ हर नइ सिराय । मोला आऊ काम बुता करे बर हावय ।






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