हाय राम धूप में बच्चों को खड़ा करा दिया..... धुप सुहाना लगता है....
संवाद यात्रा/जांजगीर-चांपा/छत्तीसगढ़/अनंत थवाईत
स्कूल के शिक्षक शिक्षिकाओं द्वारा छोटे छोटे बच्चों को धूप मे खड़ा करा देने से बच्चों के पालक हाय तौबा मचा देते हैं । अखबारों मे सनसनीखेज समाचार बन जाती है और हरेक के जुबान पर यह बात होती है कि हाय राम तपती धूप मे बच्चों को खड़ा करा दिया? लेकिन यह सब गर्मी के दिनों की बातें है ।
अभी सर्दियों का मौसम चल रहा है। ठंड के बीच बंद कमरे मे पढ़ने वाले बच्चों को थोड़ी धूप मिल जाए तो फिर क्या कहना? हर कोई कहेगा धूप सुहाना लगता है.....
आज बेरियर चौक के पास केबीसी बिल्डिंग मे संचालित एल डी एन पब्लिक स्कूल के बच्चों को धूप मे खड़े होकर व्यायाम और प्रार्थना करते देख राहगीरों का ध्यान बरबस ही बच्चों की ओर चला जाता था और हर कोई कुछ पल के लिए रुक कर शिक्षिकाओं एवं बच्चों की ओर कौतूहल पूर्ण नजरों से देखता था । शायद उन्हें अपने बचपन के स्कूलों के दिन याद आ रहे थे। खैर....
हम तो यही कहेंगे कि सर्दियों के दिनों मे प्रतिदिन इसी तरह बच्चों को धूप मे रखना चाहिए। प्रकृति के साथ जुड़कर अपना दिनचर्या बनाने से कई रोगों से बचा जा सकता है । कोरोना काल के दौरान डाक्टर भी लोगों को धूप मे रहने की सलाह देते थे।







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