एक दिन शिक्षक स्कूल जाही दूसर दिन विद्यार्थी , मोदी हे त मुमकिन हे,राहुल गांधी के बियंग फोटो आऊ समारू पहारू के गोठ : " राहुल गांधी के संग मोदीजी ल भी हांसी के पात्र बना डारिस"
संवाद यात्रा/संपादकीय डेस्क/ अनंत थवाईत
समारू..... भइया एक ठन बियंग फोटु देखे हावस ? ये फोटु म राहुल गांधी सुझाव देवत हे कि स्कूल म भीड़ ल कम करे बर एक दिन शिक्षक मन स्कूल जावय दूसर दिन विद्यार्थी मन ।
पहारू..... देख समारू तै जब भी मोर मेर गोठ बात करथस हमेशा आने ताने गोठ करथस आऊ राहुल गांधी के मजाक उड़ाथस ये हर अच्छा बात नोहय ।
समारू..... मैं अपन मन ले थोरी कहत हांव भइया फोटु म जऊन लिखाय हावय तेहि बात ल कहें हांव ।
पहारू..... ओकरे सेति कहत हांव कि कुछु बोले के पहिली थोरकन सोच बिचार कर लेहे कर । हर बखत कहूं मनखे के मजाक नइ उड़ाना चाही । तैं फोटो के बड़का बड़का आखर मन पढ़ के गोठ करत हावस । ओइ फोटू म येहू घलव तो लिखाय हावय कि मोदी हे त मुमकिन हे ।
समारू.....येकर मतलब ये होइस कि येक दिन शिक्षक स्कूल जावय दूसर दिन विद्यार्थी । आऊ इही हर मोदी है त मुमकिन हे वाला गोठ हे।
पहारू.....हां अब ठीक समझे हस । आज चारों मुड़ा इही नारा बगरे हावय "मोदी हे त मुमकिन हे" इही नारा ल जोरत मै कहंव कि चीन हर हमर भुंइयां म कब्जा करे हावय, " मोदी हे त मुमकिन हे", देश म आंतकवादी मन घुसरत हे, "मोदी हे त मुमकिन हे", चौकसी जइसे बड़े बड़े घोटाला बाज बिदेश भाग के ऐश करत हे, " मोदी हे त मुमकिन हे",सरकार हर जम्मो नेता के जासुसी करवात हे ," मोदी हे त मुमकिन हे" राज कुंद्रा हर अश्लील वीडियो बनात हे, " मोदी हे त मुमकिन हे", पंजाब म मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ल सिद्धू परेशान करत हे, " मोदी हे त मुमकिन हे", केजरीवाल हर आक्सीजन के मामला म लबारी मारिस, " मोदी हे त मुमकिन हे", कतको मनखे कोरोना म मर गे आऊ सरकार संसद म कहत हे कि येको झन मनखे नइ मरे हे " मोदी हे त मुमकिन हे" बंगाल म ममता दीदी के राज म कतको मनखे दंगा म मर गे " मोदी हे त मुमकिन हे", बड़े बड़े नेता आऊ पत्रकार म बिदेश ले पइसा लेवत हे,"मोदी हे त मुमकिन हे"....
समारू..... बस भइया मै तोर पांव परत हांव अब तैं अपन गोठ ल इही मेर खतम कर तैं आज बड़ गुस्सा म हावस तइसे लागत हे । तैं अइसने गोठ करके मोदी ल फोकट म बदनाम झन कर ।
पहारू.....अब तोला कइसे लागिस बड़ मोदी के भगत बनत हावस । आऊ बतावंव?
समारू.....बस भइया मै समझगें कि हर गोठ के अपन अपन मतलब निकालेबर मनखे मन अपन चतुराई देखाथे ।अपन कमजोरी भी ल दूसर के कमजोरी बनाय म कुछु कसर नइ छोड़य। अब राहुल गांधी हर ये सुझाव देहे कि नइ देहे तेला कार्टून बनाने वाला जानय लेकिन येक बात जरुर हे ये कार्टून के संग म "मोदी हे त मुमकिन हे लिख के कार्टून बनइया हर राहुल गांधी के संग संग मोदी जी भी हांसी के पात्र बना डारिस ।








टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें