जिला पंचायत सदस्य श्रीमती उमा राजेन्द्र राठौर ने शांति जीडी संयत्र पर लगाया सड़क की हत्या का आरोप । जन सहयोग से संयंत्र के खिलाफ व्यापक आंदोलन की तैयारी भी हो रही है ।
संवाद यात्रा / जांजगीर-चांपा / छत्तीसगढ़
अमझर मे स्थापित शान्ति जीडी संयत्र ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बने सड़कों की हत्या कर दी है जिस पर कार्यवाही करना जरूरी है ।
उक्त बातें जिला पंचायत सदस्य श्रीमती उमा राजेन्द्र राठौर ने कही । श्रीमती राठौर ने बताया कि ग्राम पंचायत उच्चभिट्ठी से महुदा महुंच मार्ग एवं सिवनी से सुखरीकला पहुंच मार्ग प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से निर्मित हुआ था जिसकी हालत इतनी खराब हो चुकी है कि यहां आये दिन लोग दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं। इस मामले को लेकर कई बार जिला प्रशासन को वस्तु स्थिति से अवगत कराया था, अभी वर्तमान में जिला पंचायत के सामान्य सभा की बैठक में जिला पंचायत सीईओ और मुख्य कार्यपालन अभियंता को इसकी जानकारी देते हुए कार्रवाई की मांग की गई थी जिस पर पीएमजीएसवॉय के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने मौके पर जाकर मुआयना भी किया किंतु अभी तक किसी भी प्रकार की कार्रवाई नही किये जाने से जहां ग्रामीणों में आक्रोश पनप रहा है वहीं विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठने लगे है। इस मामले को लेकर जिला पंचायत सदस्य श्रीमती उमा राजेन्द्र राठौर ने जिला प्रशासन को पुन: ज्ञापन सौंप कर कार्रवाई की मांग की है।
श्रीमती राठौर द्वारा दिया गया ज्ञापनसंयंत्रों पर प्रशासन की पकड़ कमजोर
जिला पंचायत सदस्य श्रीमती उमा राजेन्द्र राठौर का कहना है कि शांति जीडी इस्पात एण्ड पावर लिमिटेड ग्राम महुदा में स्थापित है जो कि उच्चभिट्ठी से अमझर तक प्रधान मंत्री ग्राम सड़क योजना से बनी है जिसकी अधिकतम क्षमता 12 टन है, इस मार्ग पर संयंत्र की भारी वाहन ट्रीप ट्रेलर जिसकी क्षमता 40 टन से भी अधिक है प्रतिदिन यहां से सैकड़ो बार गुजरती है जिससे यह मार्ग पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है, इसी तरह सुखरीकला मार्ग पर भी प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से सड़क बनी हुई यहां भी कृष्णा संयंत्र की भारी वाहनों के चलने से मार्ग का अस्तित्व ही मिट गया है।
भारी वाहनों की आवाजाही से जर्जर हुई सड़क
कभी भी हो सकता है उग्र आंदोलनइस पूरे मामले को लेकर जिला पंचायत सदस्य श्रीमती उमा राजेन्द्र राठौर ने लगातार प्रशासन का ध्यान आकृष्ठ कराते आ रही है किंतु कार्रवाई के नाम पर महज आश्वासन ही मिल रहा है। इधर सड़कों की बदतर स्थिति को लेकर ग्रामीणों में संयंत्र के प्रति आक्रोश पनप रहा है। यदि समय रहते कार्रवाई नही हुई तो यहां कभी भी उग्र आंदोलन का रूप ले सकती है।






टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें