प्रयास गो सेवा संस्थान" के प्रयासों की लोग कर रहे हैं मुक्त कंठ से सराहना : डायल 112 की तर्ज पर तुरंत पहुंचते है गो सेवक
(चांपा संवाद यात्रा) सड़कों पर गायों एवं अन्य जानवरों के विचरण करने से आए दिन दुर्घटनाएं हो रही । एक ओर इन दुर्घटनाओं में बेजुबान पशु गंभीर रुप से घायल हो रहे अनेक गायों पशुओं की मौत हो रही है और दूसरी ओर वाहन चालक भी दुर्घटना का शिकार हो रहे है । और अनेकों बार उनके भी प्राण जा रहे हैं। इंसानों को तो जैसे तैसे चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो जाती है । लेकिन दुर्घटना के शिकार पशुओं की हालत बड़ी दयनीय होती है । ऐसे ही बेजुबान गायों के साथ अन्य पशुओं की देखभाल और चिकित्सा उपलब्ध कराने के लिए चांपा के "प्रयास गो सेवा संस्थान" से जुड़े युवाओं की टीम डायल 112 की तर्ज पर चौबीसों घंटे सक्रिय रहती है । जैसे ही इन्हें गायों या अन्य पशुओं के घायल होने की सूचना मिलती है ये तुरंत वहां पहुंच कर गायों का मरहम पट्टी दवाई सुई आदि से ईलाज शुरू कर देते है ।
प्रयास गो सेवा से जुड़े स्वयं सेवकों के नि: स्वार्थ सेवा कार्यो को देखकर लोग इन्हें चिकित्सा उपकरण के साथ साथ नगद आर्थिक सहयोग भी करने लगे है । सेवा कार्यों को प्रोत्साहित करने वाले तथा दान देने वाले लोगों का नाम भी ये अपने वाट्सएप समुह में भेजते हैं ।
प्रयास गो सेवा संस्थान से जुड़े स्वयं सेवक पवन यादव नीरज देवांगन बताते हैं कि अनेक लोग ऐसे है जो बेजुबान गायों और पशुओं की पीड़ा देख दुखी हो जाते हैं और चाहकर भी वे स्वयं कुछ नहीं कर पाते ऐसे लोग दवाई एवं नगद आर्थिक सहयोग प्रयास गो सेवा संस्थान को देते हैं । इस तरह जन सहयोग और संस्थान के जांबाज युवाओं की सेवा और सक्रियता से घायल पशुओं का देखभाल करते हुए उनकी प्राण बचाने और उन्हें सुरक्षित संरक्षित करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है।









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