शिक्षक हर स्थिति में पढ़ा सकता है : शिक्षक दिवस पर राज्यपाल से सम्मानित शिक्षक राजेन्द्र जायसवाल के विचार
राज्यपाल पुरस्कार प्राप्त चांपा के शिक्षक राजेन्द्र कुमार जायसवाल ने शिक्षक दिवस पर अपने विचार लिखे है जिसे हम पाठकों के सामने ज्यों का त्यों प्रकाशित कर रहें हैं.....
इस कोरोना काल में भी गुरू याने शिक्षक ने अपना अलख जगाया है आनलाइन क्लास लेकर छात्रों का ज्ञान का दीप जलाया है जो दुनिया के और कोई नहीं कर सकता, इसी तरह हर शिक्षक आनलाइन क्लास अनगिनत ले रहे हैं गुरु-शिष्यरत की संस्कृति का एक अहम और पवित्र हिस्सा है। जीवन में माता-पिता का स्थान कभी कोई नहीं ले सकता, क्योंकि वे ही हमें इस रंगीन खूबसूरत दुनिया में लाते हैं। कहा जाता है कि जीवन के सबसे पहले गुरु हमारे माता-पिता होते हैं। भारत में प्राचीन समय से ही गुरु व शिक्षक परंपरा चली आ रही है, लेकिन जीने का असली सलीका हमें शिक्षक ही सिखाते हैं। राज्यपाल से सम्मानित शिक्षक राजेन्द्र जायसवाल कहते हैं कि सही मार्ग पर चलने के लिए एक शिक्षक ही प्रेरित करते हैं।
राजेंद्र कुमार जायसवाल
राज्यपाल पुरस्कृत शिक्षक चांपा








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