बनाय बर नहीं बिगाड़े बर माहिर हे इहां के नेता । अभियंता ल नहीं ये नेता मन ल कुर्सी ले उतारे के जरुरत हे । नपा पी आई सी के अनुशंसा आऊ समारू पहारू के गोठ
संवाद यात्रा / जांजगीर-चांपा / छत्तीसगढ़ / अनंत थवाईत
समारू पहारू के गोठ
समारू..... सुने हस भइया हमर चांपा नगर पालिका परिषद के पी आई सी बइठक म कार्यपालन अभियंता के पद ल समाप्त करे बर अनुशंसा करे गय हे ।
पहारू.....हां भाई सुने हांव आऊ अखबार म घलव येकर बड़का बड़का समाचार छपे हावय ।
समारू......त ये मामला म तोर का बिचार हे भइया ?
पहारू ..... मोर बिचार म नगर पालिका के पीआई सी हर सुग्घर निरनय करे हावय । ओमन कहत हावय कि नगर पालिका म खर्चा के बोझा बाढ़े हावय तउन ल कम करे बर ये निरनय लिये गय हे । ओमन बतात रहिन कि एक लाख रुपया अभियंता कार्यालय के नांव म हर महिना खरचा होथे तउन हर बांचही । ये तो बढ़िया बात हे ।
समारू.....भइया तहुं हर कभू कभू चोरो बोरो कस गोठियाथस । तोला येमन के एक लाख रुपया बचाय के गोठ हर बने लागत हे । लेकिन ये बात ल सोचे हस कि जब इहां अभियंता के कार्यालय नइ रही त इहां के विकास कार्य ल आघु बढ़ाय बर कतका परेशानी होही ।
पहारू....काबर परेशानी होही आज कल इंटरनेट के जमाना हे सब काम येके जगह बइठे बइठे भी किये जा सकत हे ।
समारू.....ठीक हे भइया इंटरनेट के जमाना हे लेकिन ओकर बाद भी कइ ठन काम अइसे रइथे जऊन ल सामने बइठ के ही करे बर आऊ करवाय बर परथे ।
पहारू.....त तोर ये मामला मा का बिचार हे तहुं तो बता ।
समारू..... देख भइया जब ले छत्तीसगढ़ सरकार हर नवा जिला बनाय के घोषना करे हावय तब ले हमर चांपा के मनखे मन अपन किस्मत ल दोष देवत हे आऊ अपन आप ल असहाय महसूस करत हे । सन उन्नीस सौ चौहत्तर म चांपा ल जिला बनाय के घोषना होवय रहिस लेकिन चांपा हर कभु जिला नइ बन पाइस । इहां ले बड़का बड़का अधिकारी मन के कार्यालय हर अनते तनते चल दिस आऊ इहां के मनखे मन कुछु नइ कर पाइन । आऊ ये समय म नगर पालिका परिषद म बइठे नेता मन कार्यपालन अभियंता के पद ल समाप्त करे बर अनुशंसा करके एक कोति आगी म घी डाले के काम करत हे दूसर कोति खुल्लमखुल्ला नगर के जनता ल चुनौती भी देवत हे कि हमिच ये नगर के भाग्य विधाता हन जउन मन म आही तउने करबो ।
पहारू.....ठउका गोठ कहे भाई मै समझे म थोरकन गलती करत रहे । लेकिन तै बताय हस त अब मोला समझ आगे कि हमर चांपा के नेता बनाय बर नहीं बिगाड़े बर माहिर हे ।
समारू..... भइया मैं तो कहत हांव कि कार्यपालन अभियंता ल चांपा ले भेजने वाला प्रस्ताव करइया ये नगर पालिका के टुटपुंजिहा नेता मन ल कुर्सी ले उतारे के जरुरत हे । ये मन नगर पालिका के खरचा बचाय के गोठ करके मनखे ल भुलवारे के काम करत हे । खरचा बचाय के अतेक चिंता हे त पहिली ये नेता मन ल हर महिना मिलने वाला मानदेय राशि आऊ ठेका म मिलने वाला कमीशन ल नइ लेना चाही अतकेच म हजारों रूपया पालिका के बांच जाही ।
पहारू.....अभी जिला वाला मामला गरमाय हावय अइसन बेरा म ये नगर पालिका के नेता मन के ये निरनय हर ये मन बर बहुत घातक साबित होही । कभु मनखे मन के मति हर फिर जाही त उन्नीस सौ चौरासी के घटना ल फेर दोहरा देही । लेकिन ये दारी अधिकारी मन के जगहा ये नेता मन के मुंह म कालिख पोताही ।
समारू.... ठीक कहे भइया ये बखत अइसनेच होही । मैं तो ये नेता मन ल सलाह देवत हांव कि ये मन जतका जल्दी होय अपन गलती ल सुधार ले । इही म येमन के भलाई हे ।
पहारू...... अभी अभी खबर आइस हे भाई कि ये कार्यपालन अभियंता के मामला ल लेके भाजपा हर मझनिया के बेरा दु बजे ले आंदोलन शुरू करत हे । अभी तो ये आंदोलन हर खाली चऊंक चौराह म शुरू होवत हे बाद म ये आंदोलन हर नगर के भाग्यविधाता बनके पालिका के कुर्सी म बइठइया नेता के घर के दुवारी तक पहुंचही ।







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