देवी गंगा लहर तुरंगा भोजली दाई के भीजे आठो अंगा : विसर्जन के लिए बाजे गाजे के साथ निकली भोजली शोभायात्रा

संवाद यात्रा / जांजगीर-चांपा / छत्तीसगढ़ / अनंत थवाईत 



छत्तीसगढ़ का पारंपरिक त्यौहारों मे से एक भोजली त्यौहार को झुग्गी बस्तियों मे उत्साह के साथ मनाया गया । चांपा के बेरियर चौक मे सहीस मोहल्ले के लोगो ने धूमधाम से आज 23 अगस्त की शाम भोजली शोभायात्रा निकाली । इस भोजली यात्रा मे हर उम्र की महिलाओं ने भागीदारी निभाई । बच्चियों एवं किशोरियों ने विशेष रुप से भोजली को अपने सिर पर रख कर शोभायात्रा मे शामिल हुए । भोजली की यह शोभायात्रा बेरियर चौक से प्रारंभ होकर सुभाष चौक गौशाला रोड थाना चौक संजय नगर होते हुए वापस सहीस मोहल्ले से होते हुए हसदेव नदी तट पर पहुंची जहां पारंपरिक रुप से भोजली दाई के गीत गाते हुए नदी मे विसर्जन किया गया ।


उल्लेखनीय है कि भोजली राखी के दुसरे दिन मनाया जाने वाला छत्तीसगढ़ का एक पारंपरिक त्यौहार है । भोजली के दिन लोगों द्वारा एक दूसरे को भोजली भेंट करते हुए मितान बदना या गिंया बदने की रीति प्राचीन काल से चली आ रही है । इस दिन मितान बदने या महा परसाद बदने वाले लोगों का संबंध पारिवारिक रुप से भी बंध जाता है । और परिवार मे होने वाले सभी कार्यों मे परिवार के सदस्य के रूप मे ही मान सम्मान दिया जाता है ।

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