तत्कालीन नगरपालिका परिषद चांपा के अध्यक्ष रामचरण सोनी को लिखा था अटल जी ने पत्र : चालीस वर्ष पूर्व लिखा यह पत्र एक धरोहर के रुप मे शशिभूषण सोनी के पास सुरक्षित है ।
संवाद यात्रा / जांजगीर-चांपा / छत्तीसगढ़ /अनंत थवाईत
तत्कालीन नगरपालिका परिषद चांपा के अध्यक्ष रामचरण सोनी को लिखा था अटल जी ने पत्र : चालीस वर्ष पूर्व लिखा यह पत्र एक धरोहर के रुप मे शशिभूषण सोनी के पास सुरक्षित है । गत सोलह अगस्त को अटलजी की पुण्यतिथि श्रद्धांजलि देते हुए उनके हस्तलिखित पत्र को सार्वजनिक करते हुए शशिभूषण सोनी ने स्मरणाजंलि लिखा है जिसे हम यहां पाठकों के सामने प्रस्तुत कर रहे है......
प्रखर राजनेता, राष्ट्रीय स्वाभिमान के प्रतीक, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राष्ट्र का मान बढ़ाने वाले तथा देश की समृद्धि के लिए सतत् प्रयत्नशील भारत के गौरवान्वित पुरुष थे माननीय: अटल बिहारी वाजपेयी जी!
उनका नाम स्मरण करते ही आज भी केसरियां रंग से रोमांचित ओजस्वी वक्ता,वीरता-भरी उमंग, नौजवानों सा उत्साह,कठिन से कठिन अवसरों पर अदम्य साहस भरी वाणी, वही चिरपरिचित ठहाका,कवि हृदय एवं मरणोपरांत भारत रत्न सम्मान से विभूषित, सबसे बड़ी बात छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माता, स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयीजी की यादें स्मृति पटल पर आ जाती हैं। पहले ज़्यादातर राजनेता खादी वस्त्र या गांधी टोपे के बजाए विभिन्न रंगों के स्टाइल वाले वस्त्र धारण करते थे। इन सबके उलट हमारे प्रधानमंत्री रहे अटल बिहारी वाजपेईजी को तड़क-भड़क बिल्कुल भी पसंद नहीं था। वे अक्सर काला,खाकी और सफेद रंग के कपड़े ही पसंद करते थे।इंसान छोटे हो या बड़े, हंसमुख, मिलनसार और कवि हृदय वाले बाजपेयीजी बड़े प्रेम से मिलते थे। हमारे पूज्य पिताश्री रामचरण सोनी {उम्र-89 वर्ष } ने बताया कि जब मैं नगर पालिका परिषद, चांपा में अध्यक्ष निर्वाचित हुआ था । तब आशिर्वाद या फिर शपथग्रहण समारोह में संसद-सदस्य श्रीअटल बिहारी बाजपेयी को आमंत्रण स्वरुप लेटर लिखा था। उस-समय बाजपेयीजी संसद सदस्य [लोकसभा] थे। उन्हें शपथग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए स्नेहपूर्वक आमंत्रण पत्र भेजा था। वे तो नहीं आए। किन्तु उनके द्वारा संप्रेषित: शुभकामना संदेश युक्त यथा: "अंतर्देशी-पत्र" :02-07-1981 का जरुर प्राप्त हुआ। मैंने आज तक वह अनमोल पत्र सहेज कर रखा हैं। आज उनकी पुण्यतिथि पर याद करते हुए यह अंतर्देशीय पत्र ढ़ूढ़ते-ढूढ़ते हाथ लग गया वह अवलोकनार्थ प्रस्तुत है••
अटलजी का लिखा पत्र






अटल जी लाजवाब राजनेता थे !भले हम उनकी विचारधारा से सहमत न हों पर लोकतंत्र के प्रति उनकी आस्था के कायल हैं
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