जनप्रतिनिधि के उपेक्षा करइया अधिकारी कर्मचारी के वेतन रोके के अनुशंसा करना बढ़िया काम हे।अइसने म कामकाज के सुधार होही। गोंदली के फोकला कस घेरी बेरी निकलत हे नवा नवा मामला नगरपालिका के विवाद आऊ समारू पहारू के गोठ

संवाद यात्रा/ जांजगीर-चांपा/ छत्तीसगढ़/ अनंत थवाईत


        नगरपालिका विवाद आऊ समारू पहारू के गोठ

समारू..... भइया सुने हावस नगरपालिका परिषद चांपा म मुख्य नगरपालिका अधिकारी हर दु लाख ले जादा रुपया निकाले हावय । 

पहारू....त येमा कोन सा बड़े बात हे भाई ..! ओहर मुख्य नगर पालिका अधिकारी आय । नगरपालिका म खरचा बरचा लगे रइथे निकाल लिस त का होगे ? 


समारू..... तहूं हर भइया सब कुछ जान के भी अनजान बनके गोठ करथस । कभू कभू निच्चट चोरो बोरो बन जाथस । 

पहारू..... तहूं  सीधा सीधा गोठ करे कर न भाई ! तैं तो आके अइसन गोठ करे लागे जइसे मुख्य नगरपालिका अधिकारी हर तोर घर के पइसा ल हेर के खा दिहिस ।


समारू.....अकेल्ला मोर घर के पइसा नोहय लेकिन पालिका के पइसा हर नगर के, जनता के पइसा तो आय ! 

पहारू.....तैं का गोठ करना चाहत हस तउन ल फरहर गोठिया भाई । 


समारू.... मुख्य नगरपालिका अधिकारी हर नपा अध्यक्ष के अधिकार के हनन करत अपन अकेल्ला दसखत करके बैंक ले दु लाख ले जादा रुपया निकाल ले हावय । ये मामला हर नगरपालिका म गदर मचा देहे हावय । पालिकाध्यक्ष के कहना हे कि ये मामला ल लेके अभी तो विभागीय मंत्री आऊ बड़का अधिकारी मन ल चिट्ठी लिखें हांव । जरुरत परही त ये मामला ल न्यायालय म घलव ले जाहूं। 

पहारू.....कहे के गोठ आने होथे, आउ करे के गोठ आने । पालिकाध्यक्ष हर न्यायालय म जाही त का पाही ? मुख्य नगरपालिका अधिकारी हर तो कहत रहिस मैं छब्बीस अगस्त सन दु हजार चऊदा म जारी होय शासन के आदेश के पालन करत पइसा निकाले हांव । आऊ येहु गोठ करत रहिस कि नपा के पीआईसी ल इंजिनियर जइसे बड़का अधिकारी मन के वेतन ल रोके के अधिकार नइ हे । फेर एक ठन बात आऊ कि मुख्य नगरपालिका अधिकारी हर अधिकारी कर्मचारी मन ल वेतन देहे बर रुपया निकाले हावय । कुछु घपला थोरी करे हावय ।


समारू.....पालिका अधिकारी के गोठ हर ठीक हे । लेकिन लापरवाही बरतने वाला आऊ जनप्रतिनिधि के उपेक्षा करने वाला नपा के अधिकारी कर्मचारी के वेतन रोके के पीआईसी के निरनय हर भी तो सुग्घर हे । अइसने म तो अधिकारी कर्मचारी के कामकाज सुधरही । वइसे पालिकाध्यक्ष हर येहु कहत रहिस कि पीआईसी के सदस्य मन वेतन रोके नइ हावय केवल अनुशंसा करे हावय । आऊ निरनय पालिका अधिकारी ल लेना हे ।

पहारू.....जब मुख्य नगरपालिका अधिकारी ल निरनय लेना हे तो हर निरनय ले लिस ये मा जादा हो हल्ला करे के बात हे ? 


समारू..... भइया पालिकाध्यक्ष हर बतावत रहिन कि इक्कीस अगस्त सन दु हजार उन्नीस म राजपत्र म आदेश जारी होय रहिस कि मुख्य नगरपालिका अधिकारी ल पालिका ले अकेल्ला के दसखत म पचास हजार रुपया  निकाले के अधिकार हे । आउ जादा निकाले बर होही त मुख्य नगरपालिका अधिकारी आऊ पालिकाध्यक्ष दुनो झन के दसखत के जरुरी हे ।

पहारू.....अरे राजपत्र ल टार ओती । छै मई सन उन्नीस सौ चौहत्तर म चांपा घलव हर तो जिला घोषित होय रहिस । राजपत्र म छपे घलव रहिस ।चांपा हर जिला बनिस का ? राजपत्र म लिखाय के कुछु फायदा होइस का ?


समारू.....तहूं भइया बड़ किंदार के गोठ करने वाला गोठकहार हस । मैं तोला पालिकाध्यक्ष आऊ पालिका अधिकारी के बीच मचे घमासान ल लेके गोठ करत हांव त तैं हर कहां चांपा ल जिला बनाय के गोठ करत हावस ।

पहारू..... तइंहर तो राजपत्र के गोठ करे हस । त महूं हर राजपत्र के गोठ करे हांव । ये मा किंदारे के  गोठ कहां ले आगे ? 


समारू..... मैं समझ गेंव भइया । नगरपालिका म रोज नवा नवा अइसे मामला निकलथे हे जइसे गोंदली ले परत दर परत फोखला निकलथे । 

पहारू.....हां अब ठऊका गोठ करे हावस । नगरपालिका म अइसने होवत हे । पहिली ठेका देहे म घालमेल के मामला उजागर होइस , फेर ठेकेदार मन अभियंता ल हटाय के मांग करत धरना शुरू कर दिन । इ बीच म पीआईसी सदस्य मन अभियंता के पद ल समाप्त करे बर अनुशंसा कर दिन । फेर पीआईसी के अनुशंसा के विरोध म विपक्ष हर आंदोलन चलाइस । इ बीच म अब मुख्य नगरपालिका अधिकारी के दु लाख ले जादा रुपया निकाले के मामला सामने आगे । ये सब मामला एक दूसर ले जुरे हावय । गोंदली के फोखला ल निकाल के रख देबे त दुसर दिन ओ गोंदली म नवा फोखला आ जाथे ठीक वइसने आजकल नगरपालिका के हाल हे । गोंदली के फोकला ( प्याज का छिलका ) कस घेरी बेरी नवा नवा मामला निकलत हावय । 


समारू..... भइया ये सब मामला के कारन नगर बिकास म घलव तो फरक परत हे । 

पहारू..... ये सब म काला का फरक परत हे ओ गोठ मन ल अभी तैं टार । मैं तोला अतेकच कहत हांव कि 

अभी लड़त हे ठेकेदार,अभियंता,नपाध्यक्ष,मुख्य नपा अधिकारी

समे बताही ये मन मा कोन काकर उपर परत हे भारी ।



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